ये आर्टेसुनेट युक्त उत्पादों के व्यापारिक नाम हैं। इसका उपयोग मलेरिया के इलाज के लिए किया जाता है। मरीजों को इसके उपयोग के संबंध में डॉक्टर की सलाह का पालन करना चाहिए
क्या E Aps भारत में बैन है?
नहीं, यह भारत में केवल डॉक्टर के पर्चे के साथ उपलब्ध है
ई एप्स कहां से आता है?
यह आर्टीमिसिनिन वृक्ष से प्राप्त होता है।
ई एप्स कैसे काम करता है?
यह मुक्त कणों का उत्पादन करके कार्य करता है जो मलेरिया परजीवी (प्लाज्मोडियम) को मारता है।
क्या आर्टेसुनेट में सल्फर होता है?
नहीं, इसमें सल्फर नहीं होता है
आर्टिसुनेट कुनैन से बेहतर क्यों है?
आर्टेसुनेट के इंट्रामस्क्युलर या अंतःशिरा इंजेक्शन ने कुनैन की तुलना में बेहतर उपचार प्रभाव दिखाया है। इसके उपयोग के संबंध में हमेशा अपने चिकित्सक से परामर्श करें